Trisharan Panchshil | त्रिशरण |पंचशील
त्रिशरण|Trisharan नमो तस्स भगवतो अरहतो सम्मासम्बुद्धस्स नमो तस्स भगवतो अरहतो सम्मासम्बुद्धस्स नमो तस्स भगवतो अरहतो सम्मासम्बुद्धस्स (उस भगवान अर्हत् सम्यक सम्बुद्ध को नमस्कार) बुद्धं सरणं गच्छामि धम्मं सरणं गच्छामि संघं सरणं गच्छामि (मैं बुद्ध (बुद्धगुणों), धर्म और संघ की शरण जाता हूँ) दूसरी बार भी दुतियम्पि बुद्धं सरणं गच्छामि दुतियम्पि धम्मं सरणं गच्छामि दुतियम्पि संघं […]
Trisharan Panchshil | त्रिशरण |पंचशील Read More »